इतनी ऊँची चट्टानों पर योग करते समय एक छोटी सी चूक का मतलब है संभावित मृत्यु, परन्तु 70 साल की उम्र पार करने के बाद भी बिना किसी भय के यह सब करने के पीछे कड़ी मेहनत और समर्पण से प्राप्त किया हुआ इनका जूनून और आत्म नियंत्रण ही है।
ये एक खुशहाल जीवन जी रहे थे परन्तु इनकी जिंदगी में मोड़ तब आया जब 2014 में इनका पुत्र अमेरिका से छुट्टियाॅ मनाने घर आया हुआ था सभी बाबा रामदेव के दर्शन करने जा रहे थे और तभी एक सड़क दुर्घटना मे इन्होंने अपने बेटे, पोते और पत्नी को खो दिया।
इस त्रासदी से इन्हें बहुत आघात पहुंचा। लेकिन इस दुख को अपने जीवन में हावी नही होने दिया। एक बीमएक्स साइकिल खरीदी और पहाड़ी की ओर चल पड़े । फिर से साइकिल पर योग प्रारम्भ किया और अपनी सारे दुख और ऊर्जा को एक विशिष्ट योग में रूपान्तरित कर दिया।
जब भी पोते की याद आती तो साइकिल हाथ से छूटने लगती थी मगर धीरे-धीरे योग ने आत्मविश्वास बढ़ाया इस तरह न सिर्फ खुद दुख से बाहर निकले बल्कि अपने परिवार को भी हौसला बंधाया। अब वे ज्यादातर समय अपनी पोती के साथ बिताते है और उसे भी योग सिखाते है उसका नाम भी ‘योग’ रखा है।

सूरज उगने के साथ ही ये अपनी 12 किलो की बीएमएक्स साइकिल को लेकर योग के लिए पहाड़ी की ओर निकल पड़ते है फिर साइकिल को कंधें पर टांग कर पहाड़ी पर चढ़ जाते है और योग की विभिन्न मुद्राएं करते नजर आते है। इनके योग के साथ ही इनकी साइकिल भी विशिष्ट है। इस साइकिल की खास बात ये है कि इसका हैंडल 90 डिग्री तक घूम जाता है। बैलेंस बनाने के लिए वे इसके टायरों की हवा का विशेष ध्यान रखते है।
‘गोल्डन बुक ऑफ़ रिकार्ड्स‘, ‘रिप्लेज बिलिव और नाॅट‘ और ‘लिम्का बुक ऑफ़ रिकार्ड्स’ सहित कई वर्ल्ड रिकार्ड्स में इनका नाम दर्ज है। ‘न्यूयार्क पोस्ट’ सहित विभिन्न मिडिया चैनल्स के लिए एक्सट्रीम योगा का शूट कर चुके है। 3 मिनट में विभिन्न 45 योग क्रियाओं का रिकार्ड भी इनके नाम है।
ये साइकिल और सोकर के भी राष्ट्रीय खिलाड़ी रह चुके है। इनके रिकार्ड्स की एक लम्बी चैड़ी लिस्ट है जो आप पिक्चर में देख सकते है। खिवराज गुर्जर युवाओं को फिटनेस के प्रति जागरूक करने के लिए जिम संचालित करते है। ये हमारे समाज लिए धैर्य और प्रेरणा के स्त्रोत है।
खिवराज गुर्जर
Video credit:- Gaon Connection TV
दोस्तों आप भी इस लेख के बारे में अपनी राय कमेंट बॅाक्स में दे, साथ ही इस पेज को शेयर करे। References:- Extremeyoga.in
If you like this post, please comment below.
ReplyDelete